पुलिस के जवान ने क्रिप्टो करंसी से मोटी कमाई के लालच में त्यागी नौकरी, अब हुआ ठगी का शिकार

क्रिप्टो करंसी से मोटी कमाई करने का लोगों को इस कद्र खुमार चढ़ा कि कुछ लोगों ने अपनी सरकारी नौकरी तक छोड़ दी और क्रिप्टो करंसी में निवेश कर दिया। मंडी जिले में तैनात एक पुलिसकर्मी ने नौकरी छोड़कर और क्रिप्टो करंसी में निवेश का ही काम शुरू कर दिया। क्रिप्टो करंसी में कमाई होती देख कई पुलिस कर्मियों ने भी इसमें निवेश किया। यहां तक कई विभागों के अधिकारी जिसमें जेई, पटवारी, सेवानिवृत्त और कार्यरत कर्मचारियों ने भी करोड़पति बनने की चाहत में लाखों रुपये निवेश कर दिए। पढ़े-लिखे इन लोगों ने अब क्रिप्टो करंसी के जाल में फंसकर खून पसीने की कमाई गवां दी है। बताया जा रहा है कि क्रिप्टो करंसी की मार्केटिंग करने वाले लोगों से पहले 37 हजार रुपये का निवेश करवाते थे और लोगों को 11 माह में राशि को दोगुना करने का झांसा देते थे। बाद में लोगों ने लालच में आकर खून पसीने की कमाई इसमें निवेश कर दी। माना जा रहा है कि धोखाधड़ी करने वाले कई आरोपी भूमिगत हो गए हैं या प्रदेश से बाहर चले गए हैं। सूत्र बताते हैं कि इसके मास्टरमाइंड मंडी से संबंध रखते हैं। हालांकि इस मामले में प्रदेश सरकार ने एसआईटी का गठन कर दिया है। इसकी जांच के बाद ही तस्वीर साफ हो सकेगी और आरोपियों की पहचान हो सकेगी। वहीं एसआईटी गठन से क्रिप्टो करंसी में निवेश करने वाले लोगों को उम्मीद जगी है कि उनके साथ इंसाफ होगा और डूबा पैसा वापस मिलेगा। देहरा के विधायक होशियार सिंह का कहना है कि उन्हें जानकारी मिली है कि एक आरोपी दुबई भाग गया है। दूसरे आरोपी न भाग पाएं, एसआईटी जांच के बाद आरोपियों के पासपोर्ट जब्त कर लेने चाहिए।

एप से निवेशकों को मिलती थी जानकारी
क्रिप्टो करंसी में निवेश करने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि निवेशक कोरवियो और ट्रस्ट वॉलेट एप के जरिए अपने निवेश पर नजर रखते थे। इसमें एक आईडी के जरिये हर निवेशक की जानकारी उस एप में होती थी कि उन्होंने कितना निवेश किया है और कितना ब्याज लगा है। ठगी के मामले इसी साल जुलाई में सामने आए थे। उस समय भी ठगी का शिकार हुए लोग पुलिस के पास इंसाफ के लिए दौड़ लगा रहे थे।

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